भारत के महान खगोलशास्त्री आर्यभट्ट ने खगोलशास्त्र के क्षेत्र में भारत का लोहा दुनिया को मनवाने वाले प्रथम वैज्ञानिक थे। उन्होनें अपने एक ग्रंथ में कलियुग के 3600 वर्ष बाद की मध्यम मेष संक्रान्ति को अपनी आयु 23 बतायी है। इस आधार पर विद्धान आर्यभटट की जन्मतिथि 21 मार्च 476 ई को मानते हैं। उनके जन्मस्थान को लेकर भ
चार्ल्स बैबेज , एक अंग्रेजी मैकेनिकल इंजीनियर और पॉलीमैथ , ने प्रोग्रामेबल कंप्यूटर की अवधारणा की शुरुआत की। उन्हें " कंप्यूटर का जनक " माना जाता है, [22] उन्होंने 19वीं शताब्दी की शुरुआत में पहले मैकेनिकल कंप्यूटर की अवधारणा बनाई और उसका आविष्कार किया।
अपने अंतर इंजन पर काम करने के बाद